Manish Sharma

तत्त्व और यौगिक में मुख्य अंतर क्या है ?

तत्त्व 

तत्त्व पदार्थ का एक शुद्ध और सरलतम द्रव्य है जो किसी भी भौतिक या रासायनिक विधि द्वारा दो या दो से अधिक सरल द्रव्यों में विभाजित नहीं किया जा सकता है उसे तत्त्व कहते है जैसे हाइड्रोजन , ऑक्सीजन , ताँबा , चाँदी , सोना , सल्फर इत्यादि। 

तत्त्व की विशेषता :-

  1. यह एक ही प्रकार के परमाणुओं से बना होता है। 
  2. अन्य तत्त्वों के गुणों से भिन्न किसी तत्त्व के कुछ विशिष्ट गुण होते है जैसे हाइड्रोजन एक तत्त्व है क्योंकि यह किसी भी भौतिक या रासायनिक विधि द्वारा दो या दो से अधिक सरल द्रव्यों में विभाजित नहीं किया जा सकता है यह सिर्फ हाइड्रोजन परमाणुओं का ही बना होता है जिनकी परमाणु संख्या 1 होती है। 
तत्त्व के प्रकार :-

तत्त्व मुख्यतः दो प्रकार के होते है :-
  1. धातु 
  2. अधातु 
धातु के गुण :-
  1. इसमें विशेष प्रकार की चमक होती है जिसे धातुई चमक कहते है। 
  2. ये ऊष्मा एवं विधुत की सुचालक होती है। 
  3. ठोस अवस्था में ये आघातवर्धनीय और तन्य होती है। 
  4. अधिकांश धातुएँ कमरे के ताप पर ठोस होती है पारा एक अपवाद है जो कमरे के ताप पर द्रव के रूप में पाया जाता है। 
अधातु के गुण :-
  1. इसमें प्रायः कोई विशेष चमक नहीं होती है आयोडीन एक अपवाद है जो चमकीला होता है। 
  2. ये ऊष्मा और विधुत की कुचालक होती है। 
  3. ये प्रायः गैस के रूप में पाई जाती है किन्तु कुछ अधातुएँ जो ठोस - रूप में पाई जाती है वे मुलायम और भंगूर होती है ब्रोमीन ही एक ऐसी अधातु है जो द्रव रूप में पाई जाती है। 
यौगिक :-

यौगिक वह शुद्ध पदार्थ है जो दो या दो से अधिक तत्त्वों के भार के विचार से एक निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग के फलस्वरूप बनता है उसे यौगिक कहते है। 
  • यौगिक को किसी रासायनिक क्रिया द्वारा विघटित करके दो या दो से अधिक सरल तत्त्व प्राप्त किए जा सकते है। 
  • यौगिक के बनने में उसके अवयवी तत्त्वों के अपने गुण गायब हो जाते है उदाहरण के लिए , लौह चूर्ण और गंधक के चूर्ण को भार के विचार से 7 : 4 के अनुपात में मिश्रित कर गर्म करने से भूरे - काले रंग का फेरस सल्फाइड बनता है इस फेरस सल्फाइड में लोहा और गंधक के अपने - अपने गुण नहीं पाए जाते है अतः फेरस सल्फाइड लोहा और गंधक के रासायनिक संयोग से बना एक यौगिक है।  
यौगिक के प्रमुख गुण :-
  1. यौगिक के अवयवी तत्त्वों को किसी भी यांत्रिक या भौतिक विधि द्वारा अलग - अलग नहीं किया जा सकता है। 
  2. किसी यौगिक के गुण उसके अवयवी तत्त्वों के गुणों से बिलकुल भिन्न होते है। 
  3. किसी यौगिक के बनने में ऊष्मा या प्रकाश के रूप में ऊर्जा का प्रायः उत्सर्जन का अवशोषण होता है। 
  4. यौगिक में उसके अवयवी तत्त्व भार के विचार से एक निश्चित अनुपात में रहते है। 
  5. यौगिक के द्रवणांक और कवथनांक निश्चित होते है। 
  6. यौगिक एक समांग पदार्थ है अर्थात यौगिक के संघटन और गुण सर्वदा एकसमान रहते है। 
तत्त्व और यौगिक में अंतर :-

तत्त्व :-
  • तत्त्व वह पदार्थ है जिसे दो या दो से अधिक विभिन्न पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता है। 
  • तत्त्व एक ही प्रकार के परमाणुओं का बना होता है। 
  • तत्त्व सिर्फ एक ही पदार्थ का बना होता है 
  • तत्त्वों के भौतिक और रासायनिक गुण यौगिकों से भिन्न होते है। 
  • तत्त्व का सूक्ष्मतम कण परमाणु कहलाता है। 
यौगिक :-
  • यौगिक को रासायनिक विधियों द्वारा दो या दो से अधिक विभिन्न गुण वाले पदार्थो में विभक्त किया जा सकता है। 
  • यौगिक विभिन्न प्रकार के परमाणुओं का बना होता है। 
  • यौगिक दो या दो से अधिक विभिन्न पदार्थो से बना होता है। 
  • यौगिक के भौतिक और रासायनिक गुण तत्त्वों से भिन्न होते है। 
  • यौगिक का सूक्ष्मतम कण अणु कहलाता है। 

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