Manish Sharma

प्रकाश क्या है?

प्रकाश ( Light )  

वे विधुत चुंबकीय तरंग जो किसी मानव के दिष्टि पटल पर पड़ कर किसी वस्तु का स्पष्ट प्रतिबिंब बना देता है उसे प्रकाश कहते है। 
                                                                या 
प्रकाश विकिरण ऊर्जा का स्वरूप है जो निर्वात अथवा किसी द्रव्यात्मक माध्यम में संचरण करता है और किसी वस्तु से टकराकर हमारे रेटिना पर पहुँच कर किसी वस्तु को देखने की अनुभूति प्रदान करता है। 
  • यह एक प्रकार की ऊर्जा है जिसके कारण हमे किसी वस्तु को देखने की अनुभूति प्रदान होती है 
  • यह हमेशा सीधी या सरल रेखा मे गमन करती है 
  • निर्वात या वायु मे प्रकाश की चाल अथवा वेग  3*108m/s होता है 
  • प्रकाश के गमन पथ की दिशा को प्रकाश किरण कहते है 
प्रकाश स्रोतों के आधार पर पिंड या वस्तु को दो भागो मे बाटा गया है :-
  1. दीप्त (Luminous) 
  2. अदीप्त ( Non - luminous )
दीप्त ( Luminous ) :-

वे पिंड जो स्वंय प्रकाश को उत्सर्जित करते है उसे दीप्त कहते है जैसे सूर्य , तारे , जुगनू इत्यादि। 

अदीप्त ( Non - luminous ) :-

वे पिंड जो स्वंय प्रकाश उत्सर्जित नही करते है किन्तु प्रकाश को परावर्तित करके स्वंय दिखाई देते है उसे अदीप्त कहते है जैसे चन्द्र्मा , लकड़ी इत्यादि। 

प्रकाश पुंज ( Beam of Light ) :-

प्रकाश के किरणो के समूह को प्रकाश पुंज कहते है 

प्रकाश पुंज तीन प्रकार के होते है :-
  1. समांतर किरणपुंज ( Paralled beam of Light )
  2. अभिसारी किरणपुंज ( Convergent beam of Light )
  3. अपसारी किरणपुंज ( Divergent beam of Light )
समांतर किरणपुंज :-

वे किरणपुंज जिनकी सभी किरणे एक दूसरे के समांतर होते है उसे समांतर किरणपुंज कहते है

अभिसारी किरणपुंज :-

वे किरणपुंज जिनकी सभी किरणे एक बिंदु पर आकर मिलती है उसे अभिसारी किरणपुंज कहते है। 
  • इसे अभिसृत या संस्तृत किरणपुंज कहते है। 
अपसारी किरणपुंज :-

वे किरणपुंज जिनकी सभी किरणे एक बिंदु से निकलकर विभिन्न दिशाओ मे फेल जाती है उसे अपसारी किरणपुंज कहते है। 
  • इसे अपसृत किरणपुंज भी कहा जाता है। 
प्रकृति के आधार पर प्रकाशीय माध्यम को दो भागो मे बाटा गया है :-
  1. समांगी माध्यम ( Homogenous Medium )
  2. विषमांगी माध्यम ( Heterogenous Medium )
समांगी माध्यम :-

वे प्रकाशीय माध्यम जिसके प्रत्येक भाग के गुण एंव बनावट समान होते है उसे समांगी माध्यम कहते है जैसे जल , काँच इत्यादि। 

विषमांगी माध्यम :-

वे प्रकाशीय माध्यम जिसके प्रत्येक भाग के गुण एंव बनावट असमान होते है उसे विषमांगी कहते है जैसे हवा तथा केलसाईट इत्यादि। 

प्रकाश के गमन के आधार पर पदार्थ को तीन भोगो मे बाटा गया है :-
  1. पारदर्शी ( Transparent )
  2. पारभासी ( Translucent )
  3. अपारदर्शी ( Translucent )
पारदर्शी :-

वे पदार्थ जिनसे होकर प्रकाश के किरणे पूर्णतः आसानी से आर - पार कर सकते है उसे पारदर्शी कहते है जैसे मे हवा , पानी, काँच इत्यादि। 

पारभासी :-

वे पदार्थ जिनसे होकर प्रकाश की किरणे आंशिक रूप से आर - पार करते है उसे पारभासी कहते है जैसे मे तेल लगा कागज , घिसा हुआ काँच , सूती कपड़ा इत्यादि। 

अपारदर्शी :-

वे पदार्थ जिनसे होकर प्रकाश की किरणे बिलकुल ही नही आर - पार करते है उसे अपारदर्शी कहते है जैसे मे मिट्टी , पत्थर , ईट,लकड़ी इत्यादि। 



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