मोल
मोल शब्द की उत्पति लैटिन शब्द मोल्स ( Moles ) से हुई है जिसका अर्थ हिप ( Heap ) या Piles अर्थात ढ़ेर या समूह होता है
नामकरण :-
सन 1896 ई० मे आस्टवाल्ट नामक वैज्ञानिक ने मोल शब्द नाम दिया लेकिन 1997 ई० मे इसे पदार्थ की मात्रा का S.I मात्रक के रूप मे मान्यता मिली।
1 मोल =6.022 *1023 कण ( अणु , परमाणु , आयन )
1 मोल गेहूँ = 6.022 *1023 गेहूँ का दाना
1 मोल तत्व = 6.022 *1023 परमाणु
1 मोल यौगिक = 6.022 *1023 अणु
1 मोल मूलक = 6.022 *1023 आयन
1 मोल सोडियम = 6.022 *1023 परमाणु
1 मोल जल = 6.022 *1023 अणु
उदाहरण :-
5 मोल सोडियम मे कणों की संख्या ज्ञात करे
1 मोल सोडियम = 6.022*1023 परमाणु होता है
5 मोल सोडियम = 5 * 6.022*1023 परमाणु
=30.110*1023 परमाणु
ऐवोगाड्रो संख्या :-
एवोगाड्रो नामक इटावली वैज्ञानिक ने बताया की एक मोल मे कणो की संख्या निश्चित होती है जिसका मान 6.022 * 1023 होता है इसे ही एवोगाड्रो संख्या कहते है
मोल का महत्त्व :-
मोल से हमे निम्नलिखित बातों की जानकारी प्राप्त होती है :-
- यह पदार्थ के 6.022*1023 कणों का निरूपण करता है।
- किसी तत्व के 1 मोल का द्रव्यमान उसके 6.022*1023 परमाणुओं के कुल द्रव्यमानो के बराबर होता है।
- पदार्थ का एक मोल उस पदार्थ के एक ग्राम - सूत्र द्रव्यमान को व्यक्त करता है।
- मानक ताप और दाब पर किसी गैस के एक मोल का आयतन 22.4 L होता है ( मानक ताप =273 K और मानक दाब = पारा का 76 cm दाब )
द्रव्यमान और मोल के बीच संबंध :-
n = m/M
उदाहरण :-
0.25 मोल कार्बन द्रव्यमान की संख्या बताए
n = 0.25
M = 12
m = n * M
= 0.25 * 12
= 3g
द्रव्यमान और कणों की संख्या के बीच संबंध :-
m/M = N/Na
उदाहरण :-
54g Al मे Al परमाणुओं की संख्या ज्ञात करे
m = 54g
M = 27
Na = 6.022*1023
m/M = N/Na
54/27 = N/6.022*1023
N = 12.044*1023
कणो की संख्या और मोल के बीच संबंध :-
n = N/Na
N = दिए गए पदार्थ की संख्या
Na = एवोगाड्रो की संख्या
n = मोलो की संख्या
मोलो की संख्या और आयतन के बीच संबंध :-
n = V/22.4( L)
आयतन तथा द्रव्यमान के बीच संबंध :-
m/M = V/22.4( L)
कणो की संख्या और आयतन के बीच संबंध :-
N/Na = V/22.4( L)
0 Comments